अपनी बेटी के लिए वर तलाश करते एक जैन पिता की चिंता का ऐतिहासिक अध्ययन : 1980 - मेरी बेटी का विवाह खंडेलवाल बघेरवाल,ओसवाल,लमेचु ,परवार ,पंचम आदि अपनी जाति में ही होगा । 1990 - लड़का अपनी दिगम्बर / श्वेताम्बर समाज का होना चाहिए बस । 2000 - दिगंबर हो या श्वेताम्बर बस लड़का जैन होना चाहिए । 2010 - लड़का कम से कम सवर्ण तो हो ,भले ही किसी धर्म का हो । 2020 - कुछ भी हो, लड़का कम से कम हिन्दू तो हो ,भले ही सवर्ण न हो । भविष्य 2030 - कुछ भी हो कम से कम वो लड़का तो हो ! प्रो अनेकान्त कुमार जैन,नई दिल्ली ( एक व्यंग्य रचना )