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प्रो०डॉ अनेकांत कुमार जैन परिचय Prof Dr Anekant Kumar Jain Introduction

 

संक्षिप्त परिचय


प्रो०डॉ अनेकांत कुमार जैन

आचार्य(Prof.)–जैनदर्शनविभाग,दर्शन संकाय ,श्री लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रिय संस्कृत विश्वविद्यालय, कुतुबसांस्थानिक क्षेत्र, नई दिल्ली-110016

शिक्षा- एम.ए.(जैनविद्या एवं तुलनात्मक धर्मदर्शन),जैनदर्शनाचार्य,बौद्धदर्शनाचार्य,पी-एच.डी, NET/JRF

पिता-  प्रो.डॉ.फूलचन्द जैन प्रेमी,वाराणसी, माता -श्रीमती डॉ मुन्नीपुष्पा जैन,वाराणसी

प्रमुख पुरस्कार/उपाधियाँ/सम्मान-

सरकार द्वारा -

·       युवा राष्ट्रपति पुरस्कार 2013(भारत के राष्ट्रपति द्वारा )

·       उ.प्र.राज्यपाल द्वारा जैन विद्या संस्कृति संरक्षण सम्मान -2025(गणतंत्र दिवस पर )

·       श्रेष्ठ शिक्षक सम्मान ( दिल्ली सरकार द्वारा ) - 2018

·       ‘शास्त्रभूषणसम्मान’ 2021,विश्वविद्यालय द्वारा

समाज/संस्थाओं  द्वारा -

  • शास्त्रिपरिषद पुरस्कार-2014   
  • विद्वत्परिषद पुरस्कार -2014
  • कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ पुरस्कार-2005
  • महावीर पुरस्कार-2014
  • अर्हत्वचन पुरस्कार -1999     
  • जैन सिद्धांत भास्कर 2008     
  • अहिंसा इन्टरनेशनल अवार्ड 2018
  • आनंद ऋषि सम्मान-2021
  • ऋषभदेव पुरस्कार 2019
  • युवा वाचस्पति -2012
  • प्राकृत पत्रकारिता सम्मान- 2020
  • जिनवाणी लेखक सम्मान 2022
  • आचार्य हस्ती स्मृति सम्मान – 2025

अकादमिक, सामाजिक और पत्रकारिता सदस्यता

·       Chairman and Member coordinator of Peer team,NAAC,Bangluru

·       Secretary- JIN FOUNDATION, New Delhi

·       Executive member of GV Research Institute ,Varanasi

·       Executive member of Jain Patra Sampadak Sangh

·       Member of A.B.D.J. Vidvat Parishad

·       Member of Shastri Parishad

प्रमुख योगदान-

1.देश/विदेश में लगभग पचास राष्ट्रिय/अन्तर्राष्ट्रिय सेमिनारों में जैन धर्म, दर्शन, इतिहास, संस्कृति, साहित्य और प्राकृत आगमों से सम्बंधित शोधपत्र प्रस्तुत।

2.सभा संचालन/प्रखर वक्ता/दूरदर्शन,आकाशवाणी केन्द्र तथा टीवी चैनलों में इंटरव्यू / वार्ता/

3. स्क्रिप्ट लेखन/काव्य-कहानी लेखन ,ब्लॉग लेखन ,ऑनलाइन शिक्षण ,

4.आध्यात्मिक प्रवचनकार,दशलक्षण पर्व पर प्रवचनार्थ यात्रायें |

5. प्राकृत-संस्कृत भाषा का प्रचार प्रसार ,संरक्षण एवं संवर्धन

6.जैन ध्यान योग , तनाव प्रबंधन,मोटिवेशनल आदि कार्यशालाओं के विशेषज्ञ |

7.जापान तथा ताइवान में विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित सर्वधर्म अन्तर्राष्ट्रिय सम्मेलन में भारतसे जैनधर्म का प्रतिनिधित्व।केन्या में अंतरराष्ट्रीय सेमिनार |

 8.विश्वविद्यालय द्वारा संचालित जैन विद्या सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा कोर्स के संस्थापक संयोजक

 9. श्रवणबेलगोला महामस्तकाभिषेक के अवसर पर २००६ में आयोजित अखिल भारतीय जैन विद्वत्सम्मेलन के सह-संयोजक एवं २०१७ में आयोजित अखिल भारतीय संस्कृत विद्वत्सम्मेलन के संयोजक | इसके अतिरिक्त अनेक राष्ट्रीय संगोष्ठियों के संयोजक |

प्रकाशन

Ø 23 ग्रंथों का लेखन और संपादन

Ø  180 शोधलेख

Ø 1000 लेख प्रकाशित

1.     षड्दर्शनेषु प्रमाणप्रमेय समुच्चयः (संस्कृत पाण्डुलिपि संपादन )

2.     संवेग चूडामणि (प्राकृत पाण्डुलिपि संपादन एवं अनुवाद )

3.     जैन धर्म एक झलक ( जैन धर्म ,दर्शन और संस्कृति को सरलता से समझाने वाली मौलिक कृति )

4.     सत्प्ररूपणासार ( शोध पूर्ण संपादन)

5.     अहिंसा दर्शन : एक अनुचिंतन (अहिंसा सिद्धांत की दार्शनिक ,आध्यत्मिक और प्रायोगिक व्याख्या,मौलिक कृति )

6.     दार्शनिक समन्वय की जैन दृष्टि: नयवाद  (शोध प्रबंध)

7.     प्रवचनसार –आचार्य कुन्दकुन्द ,टीका –ब्र.शीतल प्रसाद जी (संपादन)

8.     श्रमण आवश्यक निर्युक्ति (संस्कृत टीका सहित) (सह-संपादन)

9.     Women in Jainism (Co-Writer)

10. भारतीयदर्शनेषु स्याद्वादः (शोध निबंध संग्रह ,सह-संपादन )

11. मुक्ति पथ (भाग 1-2),संपादन

12. प्रमेयकमलमार्तण्डसारः ( आचार्य प्रभाचन्द्रकृत बृहद् ग्रन्थ का संक्षेपीकरण,संपादन एवं हिंदी व्याख्या)

13. The Concept of Naya in Jainism (Monograph)

14. जिणधम्मपदं (प्राकृत भाषा की मौलिक कृति )

15. पागद-भासा,महामत्थयाहिसेगो विशेषांक (संपादन)

16. दसधम्मसारो (प्राकृत भाषा की मौलिक कृति )

17. भगवान् महावीर पर सात निबंध (इ-बुक )

18. जैनदर्शनम् (संस्कृत इ बुक )

19. आचार्य कुन्दकुन्द का दार्शनिक वैभव(इ-बुक )

20. Teerthankar Mahavira : Life and Message (इ-बुक )

21. ब्राह्मी लिपि : उद्भव और विकास (संपादन )

22. तीर्थंकर ऋषभदेव से तीर्थंकर महावीर (मौलिक )

23. णमोकार महामंत्र : आत्मशांति से विश्वशांति की ओर (मौलिक )

·       लगभग 180 शोधपत्र, राष्ट्रिय/अन्ताराष्ट्रिय शोध-पत्रिकाओं में हिन्दी, संस्कृत तथा अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित।

·       विभिन्न राष्ट्रिय समाचार पत्रों, पत्रिकाओं में धर्म-संस्कृति तथा समसामयिक विषयों पर लगभग 1000 लेख ,कवितायेँ और कहानियां प्रकाशित।

·       प्राकृत भाषा की प्रथम पत्रिका ‘पागद-भासा’ के मुख्य संपादक तथा अनेक पत्र पत्रिकाओं के संपादक मंडल के सदस्य

सोशल मीडिया प्लेटफार्म    

4 Blogs -       1.https://anekantkumarjain.blogspot.com/  2. https://prakritlanguage.blogspot.com/

3.https://anekantkavita.blogspot.com/          4.https://jinfoundation.blogspot.com/

 

5 Facebook pages

1.https://www.facebook.com/DrAnekantKumarJain/    2. https://www.facebook.com/PrakritLanguage/

3.https://www.facebook.com/AhimsaDarshana             4.https://www.facebook.com/New-Jainism         5.https://www.facebook.com/JinFoundationDelhi

Youtube- Chanel Name Prof ANEKANT JAIN ( Anyone can see the lectures on Jainism)

Websitewww.jinfoundation.com

 

सम्पर्क सूत्र : 

Email –anekant76@gmail.com

 

 



 

 Prof Anekant Jain's E-articles and Books 

1.An-experiment-with-anekantavada by Anekant Jain:

 https://jainavenue.org/an-experiment-with-anekantavada/

2.Depth-of-non-violence-and-peace by Anekant Jain 

https://jainavenue.org/depth-of-non-violence-and-peace/

3. Dasdhammasaro by Anekant Jain 

 https://jainmandir.org/library/Home/BookDetail?bookId=064065fd-62b3-4ff4-9335-805d652f7a67

4. Acharya Kundkund ka darshnik Vaibhava by  Anekant Jain: https://jainworld.jainworld.com/JWHindi/Books/acharya-kundkund-ka-darshanik-vaibhav-hin-1151.pdf

5. Book by Anekant Jain:

 https://epustakalay.com/writer/47791-anekant-kumar-jain/

6.Kutubminar and Jain temples by Anekant Jain:

  https://drive.google.com/file/d/1ImDVGdrPms74U1d9JIr0ivqaYPtYOiL4/view?usp=sharing

7.

I am delighted to share that the International School for Jain Studies (ISJS) has prominently featured my letter cum article in their newsletter, SpeakUp. 

https://isjs-newsletter.in/Newsletter/2024/December/02/Speak-up.html





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