*संस्कृति* *दशक*
✍️कुमार अनेकान्त
1.
बोलना है प्रकृति
मधुर बोलना है संस्कृति ।
2.
खाना है प्रकृति
दूसरे को खिलाकर
शुद्ध खाना है संस्कृति ।
3.
रिश्ता है प्रकृति
सादर
निभाना है संस्कृति ।
4.
फूल है प्रकृति
उसकी माला बनाना
है संस्कृति ।
5.
वृक्ष हैं प्रकृति
उन्हें बचाये रखना
हैं संस्कृति ।
6.
ज्ञान है प्रकृति
सम्यग्ज्ञान है संस्कृति ।
7.
श्रद्धान है प्रकृति
सम्यक श्रद्धान है
संस्कृति ।
8.
प्यार है प्रकृति
सभी जीवों से हो
यह संस्कृति ।
9.
अपना भला चाहना प्रकृति,
सबका भला चाहना
संस्कृति ।
10.
तुम हो प्रकृति
साथ हो यह
संस्कृति ।
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