1. मान ने मुझे नहीं पकड़ा है ,मैंने मान को पकड़ा है । 2.खुद को पाने का प्रयास व्यर्थ है ,मान को खोने का प्रयास सार्थक हो सकता है । निरहंकारपना कोई उपलब्धि नहीं है ,वह तो स्वभाव है ,अहंकार एक उपलब्धि है ,उसे खोना होगा तभी खुद को पा सकते हैं । 3.खुदी को खो कर खुद को पा सकते हैं ,खुदा को पा सकते हैं ।