*जब तक जिनवाणी का स्वाध्याय न करूं नींद नहीं आती* - प्रो.डॉ अनेकांत कुमार जैन , नई दिल्ली drakjain2016@gmail.com लगभग ६५ वर्षीय श्री हरेंद्र सिंह जो मोती हारी , बिहार के हैं , रिटायर्ड हैं , अतः आजकल खेती करते हैं । इनका कहना है कि मैं जब तक जिनवाणी का स्वाध्याय न कर लूं मुझे नींद नहीं आती । मुझे लगा कि यह बीमारी है लेकिन डॉ ने कहा कि यह तो बहुत अच्छी बात है । अपने विश्वविद्यालय के जैन दर्शन विभाग में मैं विद्यार्थियों को रयणसार पढ़ा रहा था तभी एक बुजुर्ग अपरिचित सज्जन कक्षा में दाखिल हुए और चुपचाप कक्षा सुनने लगे । कक्षा के उपरांत मैंने उनसे परिचय प्राप्त किया तब उन्होंने उपरोक्त जानकारी मुझे देते हुए कहा कि मैंने एक बार दिल्ली के विश्व पुस्तक मेले से आपकी एक पुस्तक *जैन धर्म एक झलक* प्राप्त की थी । उसे पढ़कर मुझे बहुत रुचि हुई । फिर मैं जिज्ञासावश त्रिनगर के जैन मंदिर गया तो वहां एक पंडित जी ने मुझे रत्नकरण्ड श्रावकाचार पढ़ने को दिया तब वह मुझे बहुत अच्छा लगा । लेकिन उसका पूरा पालन मैं नहीं कर पा रहा हूं । मैं ग्रंथ पढ़ने के बाद मंदिर वापस करन...