सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

फ़रवरी, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

प्रिय सुनय

प्रिय सुनय  आज तुम्हारा जन्मदिन है । बहुत बहुत आशीर्वाद और बधाई ।  आज तुम पूरे 20 वर्ष के हो गए हो । आज से ठीक बीस वर्ष पहले 2005 को प्रातः लगभग 5:30 पर तुम्हारे जन्म की शुभ सूचना तुम्हारे मामा जी ने मुझे फोन पर दी थी । मुझे याद है वो दिन । उस दिन एक नए पिता का ,एक माता का , एक दादा जी का ,एक दादी जी का ,एक नाना- नानी जी का ,एक चाचा जी का ,एक बुआ जी -फूफा जी का , एक मामा- मामी जी का ,एक मौसा-मौसी जी का जन्म भी हुआ था ।  तुम्हारे होने से सगे रिश्तों की बगिया भी उत्पन्न हुई थी । तुम्हारा यह बहुत बड़ा भाग्य था कि तुम्हें एक एक ही सही मगर सगे बुआ, चाचा,मामा,मौसी मिल गए । चचेरे और ममेरे रिश्ते तो बहुत ज्यादा मिल गए ।  रिश्तों से समृद्ध एक जैन परिवार ,जैन कुल में जन्म लेकर तुमने जन्म से ही यह सिद्ध कर दिया कि तुम पूर्व जन्म में कोई बहुत बड़े पुण्यात्मा थे ।  मनुष्य जन्म मिलना और फिर तीर्थंकरों के महान् देश भारत में जन्म मिलना  और फिर जैन कुल मिलना उत्तरोत्तर महा महा दुर्लभ होता है और तुम्हारे महान् भाग्य से ये तुम्हें प्राप्त हो गया है ।  सोचो ! यदि तुम्हें मा...